तोता 🦜

 तोते वाले की जान एक तोते में।

कभी कहानियों में पढ़ा था, और नानी से कहानियों में सुना भी था।

राजा की जान तोते में होती थी। बड़ा ख़ास ख़्याल रखा जाता था तोते का। क्या बदला है आज कुछ भी तो नहीं।

तोते का ख़्याल आज भी बहुत प्यार से रखा जाता है। जितनी कोशिश totawala कर सकता है, जितना उसे आता है, वो करता है कोशिश। जता पाना मुमकिन नहीं है उसके लिए, शब्दों से कमज़ोर है वो।

दिल कुछ कहना चाहता है तब जुबान साथ नहीं देते, और जब कुछ लिखना चाहे तो हाथ थक जाते है, दूसरों की उम्मीदों का बोझ उठा कर। बेचारा totawala ....

तोता दूर बैठे देखता है उसे, सोचता है आज तो कुछ कहेगा,

दूर से देखता है और सोचता है आंखें जो कह देती हैं वो सामने कब सच होगा। कब तक इंतज़ार कर के, ख़ुद को ही तसल्ली देगा। 

और जो कभी उड़ गया तो....


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